Maithili Gazal
आबै छी तँ फेरि जाउ नै मानै छी बात जनाउ नै
हमरालें की की केलौं से आंगुर पर गनाउ नै
हरेक पल केँ मोल छै नेहोरा अछि लजाउ नै
जाति अपन भिन अछि बात ई बीचमे लाउ नै
ल' लेत जान इन्तिहान बेर - बेर अजमाउ नै - विजय कुमार ठाकुर